➺ हृदय के वॉल्व संबंधी परेशानी, बाईं करवट सोना कष्टकर; सिर को ऊँचा रखकर केवल दाईं करवट सोना संभव-SPIGELIA ANTHELMIA-30 छह-छह घंटे पर ।
➺ बाईं करवट सोने में परेशानी, सिर गरम रहना, हाथ-पाँवों का ठंडा और नीला पड़ना, साँस लेने में कठिनाई, गले में संकुचन, बैठने पर राहत, हथेलियों तथा हाथों में पसीना आना, बोलने में विकृति आदि -NAJA TRIPUDIANS30 सुबह-शाम ।
➺ दाईं ओर से शुरू होकर बाईं ओर फैलनेवाली बीमारी, भय और क्रोध से, चार से आठ बजे शाम तक सबसे बुरी स्थिति । गरमी, सिर को खुला रखने और कपड़ों को ढीला करने से राहत – LYCOPODIUM 200 दो सप्ताह में एक बार।
➺ सीने में तेज दर्द, चलने, ठंडी हवा लगने और नम मौसम से स्थिति और बिगड़ती है – SPIGELIA ANTHELMIA -30 दिन में तीन बार
➺ हृदय शूल, ऐसा डर कि हिलने-डुलने से हृदय धड़कना बंद कर देगा – GELSEMIUM SEMPERVIRENS-30 दिन में तीन बार ।
➺ हृदय शूल, किसी भी कारण से-Latrodectus Mactans 6 दिन में दो बार
➺ रात में खाँसी के साथ हृदय में दर्द तेज हो जाता है— SPONGIA TOSTA -30 दिन में दो बार ।
➺ हृदय के आस-पास दर्द, जो बाईं बाँह तक फैल सकता है, बाईं करवट लेटने पर अधिक दर्द- Tarentula Hispanica -6 दिन में तीन बार
➺ दर्द सीने के बाईं ओर से बाएँ बाजू की ओर जाता है; नाड़ी की गति तेज, कमजोर और अनियमित, हृदय की धड़कन तेज और साँस लेने में कठिनाई-CRATAEGUS OXYACANTHA-Q पानी में दो से पाँच बूँदें मिलाकर दिन ➺ हृदय में तेज दर्द-OXALICUM ACIDUM-6 दिन में तीन बार (हृदय संबंधी में तीन बार । कई बीमारियों में फायदेमंद है) ।
➺ हृदय क्षेत्र में टीसदार दर्द गले, बाएँ कंधे और फिर बाँह की ओर फैलता है, अत्यंत बेचैनी तथा मृत्यु का भय, थकान से स्थिति अधिक खराब – NAJA TRIPUDIANS-6 दिन में तीन बार ।
➺ मेहनत करने से हृदय में तेज दर्द, ग्रीवा धमनी में धड़कन, ऐसा प्रतीत होता है मानो रक्त हृदय व मस्तिष्क की ओर दौड़ रहा है – GLONOINUM 6 दिन में तीन बार
➺ जलोदर जैसे लक्षण, तेज संक्रमण के बाद हृदय संबंधी निराशा और रक्त संचार में कमजोरी, कभी-कभी दम घुटने संबंधी दौरे, ऊँचाई पर चढ़ने से साँस लेने में परेशानी, हलकी थकान होने पर भी हृदय धड़कन तेज – CHININUM ARSENICOSUM-3 दिन में तीन बार
➺ हृदय में दर्द, बाईं बाँह में सुन्नता – KALMIA LATIFOLIA 6 दिन में तीन बार
➺ बेचैनी और हृदय की धड़कन तेज-Tarentula Hispanica 30 दिन में तीन बार ।
➺ तंत्रिका रोगियों में हृदय रोग के कारण चिंता, जिसे शांत होने के लिए प्रशांतक दवा (ट्रॅक्विलाइजर) की आवश्यकता पड़ती है CRATAEGUS OXYACANTHA-Q की पानी में दो से पाँच बूँदें ।
➺ हृदय संबंधी परेशानियाँ, धड़कन की अनियमितता, आवाज खोना, साँस लेने में परेशानी, सीने के मध्य पीड़ा जो पीठ तक जाती है, लेटने पर दिल धड़कना, उरोस्थि के नीचे तीव्र पीड़ा, जो कंधे तथा बाँह तक जाती है- OXALICUM ACIDUM दिन में तीन बार ।
➺ हृदय की गड़बड़ी, बहुत धीमी नाड़ी, बेचैनी के साथ हृदय का अनियमित रूप से धड़कना-KALMIA LATIFOLIA -6 दिन में तीन बार।
➺ साँस लेने में अत्यंत कठिनाई के साथ हृदय का जलोदर CRATAEGUS OXYACANTHA-30 दिन में दो बार
➺ हृदय संबंधी न्यूरोसिस, हृदय की कमजोरी के साथ तंत्रिकाओं की विक्षिप्तता, चिड़चिड़े, उत्तेजित, अवसादग्रस्त तथा उदास रोगियों में हृदय संबंधी समस्याएँ, शक्तिहीनता तथा हृदय की कमजोरी के साथ बदहज्मी – CRATAEGUS OXYACANTHA–Q पानी में दो से पाँच बूँदें, कम अंतराल पर दें। ➺ हृदय रोग, गठिया के कारण, हृदय के आकार में वृद्धि, डिप्थीरिया के दुष्प्रभावों से वेसीकुलर एंडो-कारडाइटिस – NAJA TRIPUDIANS-30 दिन में चार बार ➺ हृदय रोग, जब रोगी बीमारी के बारे में सोचता है तो हृदय धड़कने लगता है, जो बढ़ जाता है और साँस की भी समस्या होती है OXALICUM ACIDUM 30 दिन में तीन बार
➺ हृदय रोग – CRATAEGUS OXYACANTHA-Q भोजन के आधे घंटे पहले पाँच बूँदें और ARSENICUM IODATUM-6 भोजन के आधे घंटे बाद। यह हृदय को स्वस्थ स्थिति में रखता है।
➺ हृदय में जलन, खट्टी डकार के साथ-SULPHURICUM ACIDUM-30 दिन में तीन बार ।
➺ हृदय रोग, गठिया से, गठिया पैरों से हृदय की ओर जाता है, अवसाद, आत्मघाती प्रकृति – AURUM METALLICUM 30 दिन में दो बार
➺ हृदय की गड़बड़ी, बाईं करवट सोने पर तेज धड़कन, जो दाईं ओर घूमने पर समाप्त हो जाती है, तेज नाड़ी, अनियमित, घुटनों के नीचे पैरों में सुन्नता और ठंडक, जबकि शरीर गरम, पैरों का काँपना- TABACUM-6 दिन में तीन बार
➺ हृदय डूबना, DIGITALIS के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण, लेरिंक्स में संकुचन के साथ – Laurocerasus 30 हर छह घंटे पर । कमजोर हृदय, थोड़ी सी मेहनत से दिल जोर से धड़कने लगना, सूखी कार्डिएक खाँसी, कुछ सीढ़ियाँ चढ़ने पर साँस लेने में कठिनाई – AMMONIUM CARBONICUM 6 दिन में तीन बार ।
➺ हृदय का बिखर जाना सा महसूस होना, जैसे हृदय को इतनी सख्ती से बाँध दिया गया हो कि उसके पास धड़कने के लिए स्थान न हो – CACTUS GRANDIFLORUS -30 दिन में तीन बार ।
➺ हृदय की गति में वृद्धि, बढ़ते बच्चों में कठिन व्यायामों से BROMIUM 30 दिन में दो बार ।
➺ हृदय की अधिक वृद्धि, कठिन व्यायाम से, मेहनत करने पर रोगी की साँस फूलने लगती है – RHUS TOXICODENDRON-30 दिन में तीन बार
➺ हृदय की अति वृद्धि, स्पंदन के साथ, साँस लेने में कठिनाई, मृत्यु का भय, रात में डरकर जग जाना और दम घुटने का एहसास, बिस्तर पर लेट नहीं सकते, लेटने पर और गरम कमरे में अधिक परेशानी; लेकिन गरम पेय पदार्थों को पीने से आराम महसूस करना; हृदय शूल, ऊपर की ओर जाने और रात में अधिक परेशानी-SPONGIA TOSTA -6 दिन में तीन बार |
➺ हृदय पर दबाव, मेहनत से, सीने में खड़खड़ाहट, लेकिन दम नहीं घुटता है, लेरिंक्स में बलगम के कारण दम घुटने का खतरा BROMIUM-30 दिन में दो बार ।
➺ हृदय का जोर से धड़कना, अनियमित धड़कन, पूरे शरीर का हिलना, बाईं करवट सोने पर अधिक परेशानी NATRIUM MURIATICUM-200 रोजाना एक खुराक ।
➺ हृदय का जोर से धड़कना, आगे की ओर झुकते समय थोड़ी भी गति से, सिस्टोलिक (हृदय के सिकुड़ने से दबाव) अधिक हो जाता है – SPIGELIA ANTHELMIA-30 दिन में तीन बार
➺ हृदय संबंधी परेशानियाँ, पित्त से संबंधित COLLINSONIA CANADENSIS-Q पानी में दो से पाँच बूँदें, दिन में तीन बार
➺ हृदय की समस्याएँ, चलने से बढ़ जाती हैं- KALIUM IODATUM-30 हर छह घंटे पर।
➺ हृदय समस्याएँ, गर्भावस्था के दौरान, एल्बुमिनेरिया के साथ – KALMIA LATIFOLIA 30 हर छह घंटे पर।
➺ हृदय के लिए टॉनिक–Terminalia arjuna-Q की पानी में पाँच बूँदें, दिन में दो बार
➺ हृदय के लिए टॉनिक, नाड़ी और धड़कन को नियमित करने के लिए CRATAEGUS OXYACANTHA की पानी में दस बूँदें, दिन में दो बार
➺ हृदय संबंधी समस्या, कानों में निरंतर धड़कन की आवाज – PYROGENIUM -30 दिन में दो बार ।
➺ हृदय संबंधी समस्या, सायनोसिस और श्वास समस्या, बैठने पर अधिक परेशानी, लेटने पर बेहतर, कार्डियक खाँसी, मरोड़ और झटके, धीमी नाड़ी, पेय पदार्थ ग्रास नली से नीचे चला जाता है— Laurocerasus-Q की पानी में दो से पाँच बूँदें, दिन में तीन बार
➺ हृदय संबंधी समस्या, एनीमिया, बदहज्मी या अतिसार के कारण – CRATAEGUS OXYACANTHA-Q पानी में दो से पाँच बूँदें, दिन में तीन बार
➺ हृदय संबंधी समस्या, तेज धड़कन, 150-170 प्रति मिनट, सीने में बाईं ओर तेज दर्द, पूरे शरीर में स्पंदन, ठीक न हो सकनेवाले हृदय रोग का भय, , सीधे चलने में अक्षमता LILIUM TIGRINUM 30 हर छह घंटे पर।
➺ हृदय संबंधी समस्या, श्वास संबंधी समस्या के साथ – OXALICUM ACIDUM-6 दिन में चार बार |
➺ हृदय के ऊतक और वॉल्वों में परिवर्तन, रोगी सीधा नहीं सो सकता, तकिए पर सिर ऊँचा करके सोता है, सिर को नीचे रखने पर साँस लेने में कठिनाई और हृदय के आस-पास भारीपन महसूस होता है – SPIGELIA ANTHELMIA-30 दिन में तीन बार
➺ वृद्धों के हृदय में वसा, बहुत सी वेस्कुलर परेशानियाँ, तेज धड़कन, बेचैनी और सीने में संकुचन, ग्रीवा-धमनियों और कनपटी की धमनियों का धड़कना साफ दिखाई पड़ता है-AURUM METALLICUM 30 की एक खुराक प्रतिदिन ।
➺ हृदय में भारीपन और शरीर में झुनझुनी – GLONOINUM 30 हर छह घंटे पर।
➺ सोचने में हृदय का धड़कना तेज-काली PHOSPHORUS – 200 की एक खुराक रोजाना ।
➺ रोगी के शांत होने पर हृदय की धड़कनें तेज- MAGNESIUM MURIATICUM-200 की एक खुराक ।
➺ धड़कन का एहसास, असुविधा, मृत्यु का भय, दम घुटने का एहसास, सोने के दौरान हृदय का भारीपन, सिर को ऊँचा रखना-SPONGIA TOSTA-30 दिन में तीन बार ।
➺ हृदय का तेज धड़कना, अकसर इसके कारण पूरे सीने का हिलना, कुछ दूरी से भी दिल की धड़कन सुनाई पड़ना- SPIGELIA ANTHELMIA-30 दिन में दो बार।
➺ हृदय में बहुत तेज दर्द, जिसके कारण सीना हिलने लगता है, थोड़ी दूरी से भी हृदय की धड़कन सुनी जा सकती है- SPIGELIA ANTHELMIA X दिन में दो बार ।
➺ हृदय में दर्द, दूसरों द्वारा ध्यान दिए जाने पर बदतर, अकेले रहने पर बेहतर- TARENTULA HISPANICA 30 दिन में तीन बार
➺ हृदय का धड़कना (हिस्टीरिया संबंधी), बदहज्मी, कमजोरी, पंखा झले जाने की इच्छा और घोषणा करना कि वह मरने वाला है, अत्यंत उत्तेजना, अशालीनतापूर्वक हँसता या रोता है और अचेत होकर गिर पड़ता है— MOSCHUS 6 दिन में दो बार
➺ हृदय का धड़कना, हलकी सी मेहनत या उत्तेजना से काँपना और अंगों की जड़ता AMBRA GRISEA 30 दिन में दो बार ।
➺ हृदय का धड़कना, तीव्र- SPIGELIA ANTHELMIA 30 दिन में दो बार, यदि आवश्यकता हो तो उसके बाद KALMIA LATIFOLIA-6 दिन में दो बार लें या PODOPHYLLINUM 6 दिन में दो बार
➺ हृदय का धड़कना – Calcarea Arsenica 30 की एक खुराक रोजाना या CRATAEGUS OXYACANTHA-Q थोड़े पानी में पाँच बूँदें, दिन में दो या तीन बार
➺ हृदय का धड़कना, बाईं करवट सोने पर तीव्र, दाईं ओर मुड़ने पर राहत – LAC CANINUM-30 दिन में दो बार
➺ हृदय का धड़कना, सीने में दर्द के साथ-SPONGIA TOSTA-6 दिन में तीन बार ।
➺ अग्न्याशय संबंधी रोग, वसायुक्त डायरिया और अत्यधिक लार के साथ – iodum 30 दिन में तीन बार