O – Medicines

ओरीगैनम Origanum

परिचय-ओरीगैनम औषधि स्नायुसंस्थान पर बहुत अच्छा असर करती है। इसके अलावा नर्वस सिस्टम, यौन उत्तेजना के तेज होने पर, हस्तमैथुन और स्तनों के रोगों में भी ये औषधि काफी उपयोगी सिद्ध होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओरीगैनम औषधि से होने वाले लाभ-स्त्री रोग से सम्बंधित लक्षण-यौन उत्तेजना का तेज होना, संभोग क्रिया …

ओरीगैनम Origanum Read More »

ओरियोडाफनी Oreodaphane

परिचय-ओरियोडाफनी औषधि स्नायविक सिर दर्द में, गर्दन और माथे के दर्द में आंतों के दर्द मे और आंतों के अतिसार में बहुत उपयोगी साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओरियोडाफनी औषधि का उपयोग-सिर से सम्बंधित लक्षण- रोगी को सिर घूमने के कारण चक्कर आना जो झुकने या गति करने पर बढ़ जाता …

ओरियोडाफनी Oreodaphane Read More »

आक्सीट्रोपिस Oxytropis

परिचय-आक्सीट्रोपिस औषधि स्नायु संस्थान पर बहुत अच्छी क्रिया करती है। रीढ़ की हड्डी में खून का जमा हो जाना और लकवा सा मार जाना, दर्द का तेजी से आना और चला जाना आदि में भी ये औषधि बहुत ही उपयोगी साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर आक्सीट्रोपिस औषधि का उपयोग-मन से सम्बंधित …

आक्सीट्रोपिस Oxytropis Read More »

आक्सीडेण्ड्रन-ऐण्ड्रोमीडा आर्बोरिया Oxydendron-Andromeda Arborea

परिचय-आक्सीडेण्ड्रन-ऐण्ड्रोमीडा आर्बोरिया औषधि को होम्योपैथिक चिकित्सा जगत की नई खोज कहा जाता है। इस औषधि को सिर्फ शोथ रोगों (ड्रोप्सी) में ही लिया जाता है। शोथ रोगों में रोगी का पेशाब बन्द हो जाना, पेशाब का कम मात्रा मे आना, पेट में पानी भर जाना, गुर्दो में सूजन आने में, पेशाब की नली में सूजन …

आक्सीडेण्ड्रन-ऐण्ड्रोमीडा आर्बोरिया Oxydendron-Andromeda Arborea Read More »

आक्जैलिकम एसिडम Oxalicum Acidum

परिचय-आक्जैलिकम एसिडम औषधि का उपयोग खासतौर से रीढ़ की हड्डी के रोगों में किया जाता है जैसे रीढ़ की हड्डी का टेढ़ा हो जाना, पीठ, कमर और नितंबों का कमजोर पड़ जाना, रीढ़ की हड्डी में जलन होने के कारण पीठ मे दर्द होना आदि में।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर आक्जैलिकम एसिडम औषधि …

आक्जैलिकम एसिडम Oxalicum Acidum Read More »

ओवी गैलिनी पेलीक्यूला Ovi Gallinae Pellicula

परिचय-ओवी गैलिनी पेलीक्यूला औषधि किसी व्यक्ति के अचानक दर्द उठने पर, कलाइयों, बाहों कमर आदि में कमजोरी आने पर, पीठ में और बाईं तरफ के नितंब में दर्द उठने पर, दिल के भाग और बाईं तरफ के डिम्बाशय में दर्द उठने पर काफी उपयोगी साबित होती है।तुलना-ओवी गैलिनी पेलीक्यूला औषधि की तुलना कल्के, नैजा, ओवाटोस्टा, …

ओवी गैलिनी पेलीक्यूला Ovi Gallinae Pellicula Read More »

ओस्ट्रिया वर्जीनिका Ostrya Virginica

परिचय-ओस्ट्रिया वर्जीनिका औषधि मलेरिया के कारण रोगी के शरीर में खून की कमी होने पर, रुक-रुककर आने वाले बुखार में गर्मी ज्यादा लगना, भूख न लगना, जी मिचलाने के साथ सिर में हल्का सा दर्द होने जैसे रोगों में काफी लाभकारी साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओस्ट्रिया वर्जीनिका औषधि का उपयोग-आमाशय …

ओस्ट्रिया वर्जीनिका Ostrya Virginica Read More »

ऑस्मियम मेटालिकम Osmium Metallicum

परिचय-ऑस्मियम मेटालिकम औषधि को वैसे तो बहुत से रोगों को दूर करने में काफी असरकारक माना जाता है। लेकिन खासतौर से ये औषधि सांस लेने की नली की उत्तेजना, श्लेष्मा, आंखों के रोग तथा मसाने के रोगों में प्रयोग करना काफी लाभदायक सिद्ध होता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ऑस्मियम मेटालिकम औषधि का …

ऑस्मियम मेटालिकम Osmium Metallicum Read More »

और्निथोगैलम अम्बेलैटम Ornithogalum Umbellatum

परिचय-और्निथोगैलम अम्बेलैटम औषधि का उपयोग आमाशय और आंतों में होने वाले पुराने कैंसर में किया जाता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर और्निथोगैलम अम्बेलैटम औषधि से होने वाले लाभ-आमाशय से सम्बंधित लक्षण- रोगी की जीभ पर परत सी जम जाना, आमाशय और छाती में दर्द सा महसूस होना जो जठर-निर्गम से शुरू होकर हवा …

और्निथोगैलम अम्बेलैटम Ornithogalum Umbellatum Read More »

ओरम ट्रिफिलम Oram Trifullum

परिचय-ओरम ट्रिफिलम औषधि को आरक्त ज्वर के कारण शरीर में पैदा हुए लक्षणों को दूर करने में बहुत ही असरकारक औषधि के रूप में देखा जाता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओरम ट्रिफिलम औषधि का उपयोग-बुखार से सम्बंधित लक्षण- रोगी के होंठ, नाक और मुंह पर खून के जम जाने जैसे निशान से …

ओरम ट्रिफिलम Oram Trifullum Read More »

ओरम म्यूरियेटिकम नेट्रोनेटम Orum Myuriyetikum Netronetum

परिचय-ओरम म्यूरियेटिकम नेट्रोनेटम को पीलिया और जिगर के रोगों में काफी असरदार औषधि के रूप में माना जाता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओरम म्यूरियेटिकम नेट्रोनेटम औषधि का उपयोग-मल से सम्बंधित लक्षण- जिगर में किसी तरह का रोग हो जाना, मल सफेद रंग का आना और इसी के साथ ही सिर का एक …

ओरम म्यूरियेटिकम नेट्रोनेटम Orum Myuriyetikum Netronetum Read More »

ओपुण्टिया-फाइकस इंडिका Opuntia-Ficus Indica

परिचय-ओपुण्टिया-फाइकस इंडिका औषधि मलरोगों में बहुत ही लाभकारी साबित होती है जैसे रोगी को दस्त आने के साथ जी मिचलाना, रोगी को ऐसा महसूस होता है जैसे कि उसकी आंतें नीचे पेट में उतर गई हो, उल्टी की अनुभूति, आंतों में किसी तरह का रोग होने के साथ पतला और बार-बार मल का आना आदि।तुलना-ओपुण्टिया-फाइकस …

ओपुण्टिया-फाइकस इंडिका Opuntia-Ficus Indica Read More »

ओरम मेटालिकम Aurum Metalicum

परिचय-ओरम मेटालिकम औषधि रोगी के उन मानसिक रोगों के लक्षणों में बहुत अच्छा काम करता है जिनमें रोगी अपने जीवन से पूरी तरह से निराश हो जाता है उसे लगता है कि दुनिया में बेकार ही जी रहा है। रोगी को कोई न कोई रोग जैसे फोड़ें, हडि्डयों में दर्द, हडि्डयों में किसी तरह का …

ओरम मेटालिकम Aurum Metalicum Read More »

ओपियम Opium

परिचय-किसी व्यक्ति को कितना भी बड़ा रोग क्यों ना हो जाए लेकिन उस रोग के कारण होने वाली परेशानियों के बारे में रोगी को कुछ महसूस नही होता, वो अपने सारे काम साधारण दिनों की तरह कर लेता है तो उस समय उसके इन्ही लक्षणों को देखकर ओपियम औषधि देना बहुत ही उपयोगी साबित होता …

ओपियम Opium Read More »

ओपर्कुलीना टर्पेथम (Operculina Turpethum)

परिचय-ओपर्कुलीना टर्पेथम औषधि प्लेग रोग में, बुखार के आने पर, दस्त आने पर इस्तेमाल करना बहुत उपयोगी होता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओपर्कुलीना टर्पेथम औषधि का उपयोग-मन से सम्बंधित लक्षण- रोगी के चीखने-चिल्लाने के साथ बेचैनी होना, हर समय अपने आप से ही बाते करते रहना, सोते-सोते उठकर भागने लगना, दर्द के …

ओपर्कुलीना टर्पेथम (Operculina Turpethum) Read More »

ऊफोरीनम Oophorinum

परिचय-ऊफोरीनम औषधि स्त्री रोगों के लिए एक बहुत ही असरकारक औषधि माना जाती है। स्त्रियों को मासिकधर्म बंद हो जाने के बाद होने वाली परेशानिया, डिम्बाशय को काटने के बाद पैदा होने वाले रोग, त्वचा के रोग, चेहरे के गुलाबी मुहांसे, खुजली आदि जैसे लक्षणों को पूरी तरह से दूर करने में ये औषधि बहुत …

ऊफोरीनम Oophorinum Read More »

औनसमोडियम Onosmodium

परिचय-होम्योपैथिक चिकित्सा के मुताबिक औनसमोडियम औषधि को स्त्री-पुरुष दोनों में ही संभोग करने की ताकत को बढ़ाती है। इसके अलावा औनसमोडियम औषधि को स्नायु के दर्द में, आधे सिर के दर्द में इस्तेमाल करने से लाभ मिलता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर औनसमोडियम औषधि का उपयोग-सिर से सम्बंधित लक्षण- रोगी किसी भी काम …

औनसमोडियम Onosmodium Read More »

ओनिस्कस असेल्लस-मिल्लिपेडेस Oniscus asellus-Millepedes

परिचय-ओनिस्कस असेल्लस-मिल्लिपेडेस औषधि को जलोदर जैसे रोगों में इस्तेमाल करने से बहुत लाभ होता है। इसके अलावा दमा रोग, सांस की नलियों का नजला में भी ये औषधि बहुत असरकारक साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओनिस्कस मिल्लिपेडेस औषधि का उपयोग-सिर से सम्बंधित लक्षण- नाक की ऊपर की जड़ के भाग में …

ओनिस्कस असेल्लस-मिल्लिपेडेस Oniscus asellus-Millepedes Read More »

ओलियम सैन्टाली Oleum Santali

परिचय-ओलियम सैन्टाली औषधि मूत्र जनन प्रणाली और सूजाक रोग में बहुत ही अच्छा असर करती है। ये औषधि उत्तेजक, संक्रमण को दूर करने वाली होती है तथा बलगम को समाप्त करने में भी उपयोगी होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओलियम सैन्टाली औषधि का उपयोग-लिंग से सम्बंधित लक्षण- लिंग के उत्तेजित होने पर …

ओलियम सैन्टाली Oleum Santali Read More »

इनथोरा बियेनिस Oenothera Biennis

परिचय-इनथोरा बियेनिस औषधि को पेट के रोगों की एक बहुत ही चमत्कारिक औषधि माना जाता है जैसे पुराने दस्त का रोग, खूनी दस्त, सूतिका आदि में। किसी बच्चे को बहुत दिनों से दस्त का रोग होने के बाद उसके दिमाग में पानी भर जाता है और बच्चा बहुत ही ज्यादा सुस्त सा हो जाता है, …

इनथोरा बियेनिस Oenothera Biennis Read More »