हूरा ब्राजीलिएनिसस Hura Braziliensis

परिचय-
हूरा ब्राजीलिएनिसस औषधि का उपयोग कुष्ठ रोग को ठीक करने के लिए तब किया जाता है, जब रोगी को ऐसा महसूस होता है कि उसका शरीर किसी गीली खाल से बंधा हुआ है और उसके शरीर के कई अंगों पर छाले पडे़ हो तथा नाखून के नीचे कांटा चुभने जैसा अहसास हो रहा हो, माथे की चमड़ी जोर से खिंची हुई महसूस हो रही हो, गर्दन अकड़ी हुई तथा पीठ में दर्द हो रहा हो, उंगलियों की नाकों पर जलन हो रही हो और हडि्डयों के सभी भागों तथा मलद्वार के पास की हडि्डयों में खुजली और फुंसियां हो गई हो। इस प्रकार के लक्षणों में से कोई भी लक्षण यदि रोगी को हो गया हो तो उसके रोग को ठीक करने के लिए इसका उपयोग करना चाहिए।
सम्बन्ध (रिलेशन) :-
कुष्ठ रोग को ठीक करने तथा त्वचा के रोग को ठीक करने के लिए कैलोट्रॉपिस या मदुरा एल्बम औषधि के गुणों की तुलना हूरा ब्राजीलिएनिसस औषधि से कर सकते हैं।
मात्रा :-
हूरा ब्राजीलिएनिसस औषधि की छठी शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।

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