परिचय-
रोगी को अपने भोजन की नली में जलन और दबाव सा महसूस होता है तथा उसे लगता है कि उसकी भोजन की नली सिकुड़ सी गई है लेकिन रोगी कुछ भी खाता-पीता है तो उस चीज को निगलने में रोगी को कोई परेशानी नहीं होती।
स्पाइरीया उल्मैरिया रोगी की पेशाब की नली में होने वाली जलन को शांत करती है, ग्लीट और पुर:स्थिस्राव को रोकती है। स्त्री के बच्चे को जन्म देने के बाद होने वाली बेहोशी, मिर्गी और जलांतक (शरीर के किसी हिस्से में पानी भरना) जैसे लक्षणों में इस्तेमाल की जाती है।