➺ नाक से रक्तस्राव – ACALYPHA INDICA-Q और Cynodon Dactylon-Q दोनों की पाँच बूँदें आधे कप पानी में ।
➺ नाक से रक्तस्त्राव, रक्त का रंग चटकीला लाल-MILLEFOLIUM 30 दिन में तीन बार ।
➺ बच्चों की नाक से रक्तस्राव – ABROTANUM-30 दिन में दो बार
➺ नाक से रक्तस्त्राव, मासिकस्राव के स्थान पर नाक से रक्तस्राव होता है। – PULSATILLA-30 दिन में तीन बार
➺ नाक से रक्तस्त्राव, सुबह चेहरा धोते समय – Ammonium Carbonicum 30 दिन में दो बार
➺ नाक से रक्तस्त्राव, रात में आरंभ होता है, रक्त की गाँठें बन जाती चेहरा लाल-Melilotus-Alba-30 दिन में दो बार हैं,
➺ नाक से रक्तस्राव – ARNICA MONTANA-30 दिन में तीन बार (यदि इससे लाभ न हो तो ACETICUM ACIDUM -6 दें) ।
➺ नाक से रक्तस्त्राव – VIPERA BERUS 12C दिन में दो बार सेवन करें।
➺ नाक से रक्तस्त्राव, सिर में संकुचन के साथ, लाल चेहरा तथा ज्वरग्रस्त क्रियाएँ – ERIGERON CANADENSE-Q की दो-तीन बूँदें दिन में दो बार ।
➺ नाक से रक्तस्त्राव, पित्ताशय में पथरी – Berberis Vulgaris-Q की दो से पाँच बूँदें या CANTHARIS VESICATORIA-6 हर चार घंटे पर
➺ नाक से रक्तस्त्राव, दृष्टि दोष के साथ – OXALICUM ACIDUM-30 दिन में तीन बार ।
➺ सुबह चेहरे को धोते समय नाक से खून निकलना – KALIUM CARBONICUM 30 दो सप्ताह में एक बार
➺ नाक से खून आना, गंभीर, अनियंत्रणीय- MILLEFOLIUM 30 हर घंटे या CROTALUS HORRIDUS 30 हर घंटे पर।
➺ नाक से खून आना, चटख लाल रक्त, सुबह में अधिक ACALYPHA INDICA -6 दिन में तीन बार
➺ नाक से खून आना, नाक को साफ करने या खाँसने पर- AMMONIUM CARBONICUM 30 हर घंटे या ARNICA MONTANA-30 हर घंटे पर।
➺ नाक से खून आना, प्रचुर मात्रा में, उच्च रक्तचाप के साथ सिरदर्द से बेहतर, रक्त का न जमना – HAMAMELIS VIRGINIANA-30 दिन में तीन बार
➺ नाक से खून आना, सुबह के समय चेहरा धोते समय – AMMONIUM CARBONICUM-30 दिन में दो बार ।
➺ नाक से खून आना, मासिक धर्म के दौरान-Natrum sulph 6 दिन में चार बार।
➺ नाक पर फुंसियाँ – Calcarea Picrica -6 हर तीन घंटे पर
➺ नजला, गले में जलन – AESCULUS HIPPOCASTANUM 30 दिन में दो बार
➺ नाक का नजला, नासिका मार्ग से गाढ़े पीले रेशेदार बलगम का प्रचुर स्त्राव – HYDRASTIS CANADENSIS – 6 हर चार घंटे पर ।
➺ नाक से सख्त, रेशेदार और चिपचिपा स्राव BOVISTA LYCOPERDON या KALIUM BICHROMICUM 30 दिन में तीन बार
➺ बच्चों और शिशुओं की नाक बंद होना–NUX VOMICA- 30 दिन में दो बार।
➺ नाक की अंदरूनी हड्डी का बढ़ जाना—ARGENTUM METALLICUM 200 की एक खुराक रोजाना लें।
➺ नाक बंद हो जाना—CARBONEUM SULPHURATUM-30 की दिन में दो बार सेवन करें ।
➺ नथनों का हिलना-PHOSPHORUS-30 की एक खुराक प्रतिदिन लें ।
➺ साइनुसाइटिस, नाक से गाढ़ा चिपचिपा स्राव – KALIUM BICHROMICUM 30 और HYDRASTIS CANADENSIS-Q की पाँच बूँदें, दिन में तीन बार लें।
➺ साइनुसाइटिस, नाक से गाढ़े, रेशेदार, दुर्गंधयुक्त, खूनी स्राव के साथ, सिरदर्द हो भी सकता है और नहीं भी – TUBERCULINUM 200 की एक खुराक रोजाना लें ।