चियोनैंथस Chinanthus

परिचय-

        चियोनैथस औषधि हर प्रकार के सिर के दर्दों जैसे स्नायविक, नियतकालिक, मासिकधर्म सम्बंधी, पैत्तिक आदि में काम आती है। अगर कुछ सप्ताह तक इस औषधि को नियमित रूप से बूंदों के रूप में रोगी को दिया जाए तो रोजाना परेशान करने वाला सिर का दर्द दूर हो जाता है। इसके अलावा जिगर के रोग जैसे- पीलिया, प्लीहा (तिल्ली) का बढ़ जाना और जिगर के बहुत से रोगों के लक्षणों में ये औषधि बहुत लाभकारी साबित होती है।

विभिन्न प्रकार के लक्षणों के आधार पर चियोनैथस औषधि का उपयोग-

जीभ से सम्बंधित लक्षण – जीभ का फैल जाना, जीभ पर पीले रंग की परत सी जम जाना आदि जीभ के रोगों के लक्षणों में रोगी को चियोनैथस औषधि का सेवन कराने से आराम आता है।

मुंह से सम्बंधित लक्षण – मुंह का बिल्कुल सूखा हुआ सा लगना, बार-बार पानी पीने के बाद भी मुंह का सूखना, बहुत ज्यादा मात्रा में लार का गिरना आदि मुंह के रोगों के लक्षणों में चियोनैथस औषधि का सेवन अच्छा असर करता है।

पेट और जिगर से सम्बंधित लक्षण – नाभि के आसपास के भाग में हल्का-हल्का दर्द होना और मरोड़े उठना, कब्ज और पीलिया का रोग होना, मल का चिकना और मैले से रंग का आना, भूख न लगना, क्लोमग्रंथि और दूसरी ग्रंथियों के रोग आदि पेट और जिगर के रोगों के लक्षणों में रोगी को चियोनैथस औषधि नियमित रूप से देने से आराम आता है।

मूत्र (पेशाब) से सम्बंधित लक्षण – पेशाब का बार-बार आना, पेशाब का रंग गाढ़ा सा होना, पेशाब के साथ चीनी और पित्त आना आदि पेशाब के रोगों के लक्षण नज़र आते ही रोगी को चियोनैथस औषधि देने से लाभ होता है।

चर्म (त्वचा) से सम्बंधित लक्षण – त्वचा का रंग पीला होना, त्वचा पर खुजली होना, त्वचा मैली सी लगना आदि चर्मरोगों के लक्षणों में रोगी को चियोनैथस औषधि खिलाने से लाभ होता है।

तुलना-

       चियोनैथस औषधि की तुलना सिनकोना, सियानौथ, चेलिडो, कार्डूअस, पोडो, लेण्टैण्ड्रा से की जा सकती है।

मात्रा-

       मूलार्क और प्रथम शक्ति का विचूर्ण।

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