Homeopathy Treatment
युक्का फिलामेण्टोसा YUCCA FILAMENTOSA
परिचय :-युक्का फिलामेण्टोसा औषधि का प्रयोग शरीर में उत्पन्न विभिन्न लक्षणों को समाप्त करने के लिए किया जाता है। यह औषधि पैत्तिक लक्षणों के साथ उत्पन्न सिर दर्द आदि को दूर करती है। रोगी में उत्पन्न निराशा तथा चिड़चिड़ापन आदि को दूर करने के लिए युक्का फिलामेण्टोसा का प्रयोग करना चाहिए।शरीर के विभिन्न अंगों में …
जेरोफाइलम Xerophyllum
परिचय-जेरोफाइलम औषधि को त्वचा रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी औषधि माना जाता है। त्वचा पर फोड़े होना, सिरोंचा-विषण्णता, शुरुआती सन्निपात ज्वर आदि में इस औषधि का इस्तेमाल करने से लाभ मिलता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर जेरोफाइलम औषधि का उपयोग-मन से सम्बंधित लक्षण- रोगी के दिमाग का बिल्कुल भी काम न करना, …
बुढ़ापे में होमियोपैथी चिकित्सा
होमियोपैथिक चिकित्सा चिकित्सा प्रकरण- (रोगों का वर्गीकरण, कारण, लक्षण एवं उपचार सम्बन्धी विवरण) 1. बुढ़ापे में होमियोपैथी चिकित्सा 2. पेट सम्बन्धी रोग तथा उपचार 3. मुख, गले, नाक, कान, दाँत, आँखों तथा सिर के रोग बुढ़ापे में वरदान होमियोपैथिक चिकित्सा होमियोपैथिक चिकित्सा वृद्धवस्था में तो वरदान के समान है। बुढ़ापे में तमाम प्रकार की समस्यायें …
पेट के रोग
➺ गरिष्ठ भोजन के बाद पेट फूलना -NUX VOMICA-30 तीन दिनों तक दिन में तीन बार और चौथे दिन PULSATILLA-200 एक खुराक प्रतिदिन लें। ➺ पेटदर्द, पेट से वायु निकालने के लिए CALCAREA PHOSPHORICA-6 दिन में तीन बार। ➺ अप्राकृतिक चीजें, जैसे चॉक, मिट्टी, कोयला इत्यादि खाने की CALCAREA PHOSPHORICA-12X रोजाना तीन बार।’ ➺ भूख …
मानसिक रोग
➺ कोमा या उनींदेपन के साथ तकलीफ-ANTIMONIUM TARTARICUM-30 दिन में दो बार। ➺ प्रेम में निराशा से होनेवाली मानसिक परेशानी HYOSCYAMUS NIGER 200 साप्ताहिक खुराक । ➺ प्रेम में विफलता से उत्पन्न मानसिक कष्ट LACHESIS-30 दिन में तीन बार। ➺ भय, क्रोध, शर्म, प्रसन्नता आदि भावनाओं से उत्पन्न उद्विग्नता OPIUM 200 रोजाना एक खुराक। ➺ …
मुँह और दांतों के रोग
➺ नथनों और मुँह के कोनों में दर्द, उनका फटना और पपड़ीदार होना ANTIMONIUM CRUDUM.-30 दिन में दो बार लें। ➺ मसूड़ों के किनारे स्पष्ट नीली रेखाएँ PLUMBUM METALLICUM-30 दिन में दो बार। CARBO VEGETABILIS-200 की हर तीन घंटे पर एक खुराक ➺ जरूरी द्रवों की कमी के कारण उत्पन्न रोग-PHOSPHORUS-30 दिन में तीन बार …
कमजोरी के कारण उत्पन्न विकार
➺ अंग-संचालन में अक्षमता (चलने में), बंद आँखों के साथ या अँधेरे में चलने में असमर्थता, आँखें बंद करने पर गिर जाना – ALUMINA 30 दिन में दो बार । ➺ अंग-संचालन में अक्षमता, अनिश्चितता के साथ चलना, रास्ते में कुछ भी आने पर लड़खड़ाना-AGARICUS MUSCARIUS 30 दिन में दो बार । ➺ शक्तिहीनता, मल …
पीठदर्द बदन दर्द
➺ थकान, मांसपेशियों और कंडराओं के तनाव से पीठदर्द बदन दर्द-CALCAREA SULPHURICA-30 दिन में तीन बार। ➺ पीठ के छोटे से बिंदु पर कमजोरीऔर पक्षाघात की तरह महसूस होना । . खड़े होने या चलने में परेशानी, पैरों के तलवे बेजान लगना, जाँघों में दर्द – COCCULUS INDICUS 30 हर छह घंटे पर। ➺ सख्त …
हड्डी तथा जोड़ों के रोग
➺ टखनों की कमजोरी, कमजोरी से पैर आगे की ओर झुके हुए, हलकी सी थकान से भी टखना काम करने में असमर्थ हो जाता है-NATRIUM CARBONICUM-30 दिन में दो बार। ➺ टखनों की कमजोरी (बच्चों में)-CARBO ANIMALIS-30 दिन में दो बार। ➺ पुरानी आर्थराइटिस, गठिया प्रकृति के साथ-फॉरमिक एसिड-6X (यदि गठिया की विकृति प्रक्रिया विकसित …
खाँसी जुकाम
➺ जुकाम (क्रोनिक) ब्रोकियल, नाक से हरे या धूसर रंग का प्रचुर स्राव, अत्यंत दुर्गंधयुक्त बलगम, रात में पसीना आता है, तीसरे दाईं या बाईं पसली में दर्द – COPAIVA OFFICINALIS 6 दिन में दो बार ➺ जुकाम (क्रोनिक), , ठंडी हवा में बाहर जाने पर नाक बंद हो जाती है। गरम कमरे में राहत …
बच्चों के रोग
➺ बच्चों में गले की गिल्टी, नाक की जड़ सबसे अधिक पीड़ित होती है CALCAREA IODATA-30 दिन में तीन बार। ➺ गिल्टी के साथ नाक से गाढ़ा हरा पदार्थ निकलना-CALCAREA FLUORICA-30 दिन में दो बार । ➺ बच्चों में दाँत निकलने के समय होनेवाली परेशानी-CHAMOMILLA-30 में तीन बार। ➺ शरीर के एक भाग में होनेवाली …
स्त्री रोग
➺ तीसरे या पाँचवें महीने में गर्भपात, स्त्री बहुत चिड़चिड़ी होती है, मूड में उतार-चढ़ाव, अकेलेपन का भय – SEPIA 200 एक खुराक, जब भी आवश्यकता हो तो एक खुराक ले सकती हैं। ➺ गर्भपात पर नियंत्रण के लिए – VIBURNUM OPULUS ओ. पी. क्यू. दिन में दो बार, , दो चम्मच पानी में दो …
चर्म रोग
➺ फोड़ा (आरंभिक चरण में) -HEPAR SULPHUR-30 दिन में दो बार। यदि फोड़ा पूरी तरह बढ़ चुका है तो HEPAR SULPHUR-200 प्रतिदिन एक खुराक। फोड़े को थोड़े ही समय में ठीक कर देगा। ➺ जूतों के दबाव के कारण पैरों की त्वचा सख्त होना-ANTIMONIUM CRUDUM-30 दिन में तीन बार । ➺ सर्दियों में ठंडे पानी …
श्वास रोग
➺ खाने-पीने के दौरान दम घुटने का एहसास – ANACARDIUM ORIENTALE 30 दिन में तीन बार । ➺ दमा, अतिसार तथा नाक में सूजन की एलर्जी संबंधी अवस्थाओं में – KALIUM IODATUM की एक खुराक रोजाना लें । ➺ श्वासावरोध, रासायनिक धुएँ के कारण BOVISTA LYCOPERDON 6 दिन में तीन बार ➺ दमा, श्वास में …
यौन रोग
आप अगर किसी भी गुप्त रोग या यौवन रोग से पीड़ित है तो नीचे लिखी होम्योपैथिक दवाइयों को लक्षणों के आधार पर चुने और साथ ही हरे धनिये की 5 या 6 ताजी जड़ों को अच्छे से धुलें और मिक्शी में पीस लें और अलग से एक गिलास पानी को किसी बर्तन में उबाल लें …
हृदय रोग
➺ हृदय के वॉल्व संबंधी परेशानी, बाईं करवट सोना कष्टकर; सिर को ऊँचा रखकर केवल दाईं करवट सोना संभव-SPIGELIA ANTHELMIA-30 छह-छह घंटे पर । ➺ बाईं करवट सोने में परेशानी, सिर गरम रहना, हाथ-पाँवों का ठंडा और नीला पड़ना, साँस लेने में कठिनाई, गले में संकुचन, बैठने पर राहत, हथेलियों तथा हाथों में पसीना आना, …
बुखार / ज्वर
➺ रात को नौ बजे बुखार बढ़ना- BRYONIA-30 दिन में दो बार और यदि नौ बजे सुबह बुखार तेज हो तो CHAMOMILLA-30 दिन में दो बार । यदि बुखार दोपहर में हो तो BELLADONNA 30 दिन में दो बार । यदि बुखार ग्यारह बजे सुबह में हो तो NATRIUM MURIATICUM-30 दिन में दो बार । …
रक्तचाप
➺ रक्त संचार में क्षीणता और सुन्नपन-Acid Fluoric 30 दिन में तीन बार। ➺ रक्त संचार में क्षीणता, टिबिया (टाँग की मोटी नली) पर नीले या काले धब्बे, हाथों का कालापन- SARSAPARILLA OFFICINALIS-6 दिन में तीन बार ➺ रक्त संचार में अवरुद्धता, इसके कारण त्वचा, विशेषकर हाथों के पृष्ठभाग या टिबिया पर बैंगनी धब्बे, पैरों …
एलर्जी
➺ बच्चों में दूध से एलर्जी, मिचली और वमन, डायरिया – Lac Vaccinum Defloratum.-30, सुबह और शाम। ➺ कॉफी से एलर्जी, डायरिया – OXALICUM ACIDUM 30 की एक खुराक प्रतिदिन लें। ➺ धूल से एलर्जी- BROMIUM 30 दिन में तीन बार फलों से एलर्जी-SAMBUCUS NIGRA-6 दिन में तीन बार दूध, विशेषकर गर्भावस्था के दौरान खाना …