A – Medicines

ऐसेरम यूरोपियम ( Asarum Europaeum)

ऐसा मालूम पड़ना की जैसे झट से किसी ने कान बंद कर दिए हो, जिससे सुन नहीं पाना। कभी-कभी श्रवण शक्ति तेज हो जाना, यहाँ तक कि कागज की खड़खड़ आवाज़ भी सहन नहीं होना। आँख की बीमारी – कंठमाला-धातुवालो की आँख की बीमारी में यह कैल्केरिया और सल्फर की अपेक्षा ज्यादा फायदा करती है। …

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ऐरण्डो ( Arundo Mauritanica)

[ वृक्ष के अंकुर से इसका टिंचर तैयार होता है ] – दिनों दिन होमियोपैथी की उन्नति के साथ-साथ नई-नई दवाओं का भी अविष्कार हो रहा है। दुःख की बात है कि अधिक परिमाण में व्यवहृत न होने के कारण अब तक उनका पूरा-पूरा लाभ देखने में नहीं आया। नीचे लिखी कई बीमारियों में इस …

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ऐसाफेटिडा ( Asafoetida )

लक्षण तथा मुख्य-रोग का प्रकृति (1) फूला हुआ चेहरा, स्थूल, ढीला-ढाला, रक्तनीलिमा युक्त (लाल-नीला) रंग (2) हिस्टीरिया में पेट से गले की तरफ एक गोलक का चढ़ना (3) पेट में वायु तथा बड़े-बड़े डकार (4) आतशकी-मिजाज, भिन्न-भिन्न अंगों में जख्म (5) हड्डियों में रात को दर्द (6) बायीं तरफ आक्रमण लक्षणों में कमी (i) खुली …

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आर्ब्युटस एण्डरेखने (Arbutus andranchne)

परिचय-        आमवाती गठिया रोग के लक्षणों तथा छाजन रोग को ठीक करने के लिए आर्ब्युटस एण्डरेखने औषधि का उपयोग किया जा सकता है।        हडि्डयों के जोड़ों में दर्द, लम्बी हडि्डयों के जोड़ तथा रोगी को अधिक साफ पेशाब आता है, ऐसे लक्षण त्वचा से हडि्डयों के जोड़ों पर अधिक होते हैं। पेशाब संबन्धी …

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अरेलिया रेसीमोसा (ARALIA RACEMOASA)

परिचय-        अरेलिया रेसीमोसा औषधि का प्रयोग दमा रोग होने पर उन अवस्थाओं में किया जाता है जिनमें रोगी को लेटने से खांसी बढ़ती, सोते समय पसीना अधिक निकलता है, सारा शरीर भीगा रहता है, रोगी जरा भी हवा बर्दाश्त नहीं करता है, अतिसार हो जाता है, रोगी अपने शरीर को जिस तरफ करके लेटता …

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अमार्फिया (Apomorphia)

परिचय-        अमार्फिया औषधि की मुख्य शक्ति का रहस्य है इस बात से पता चल जाता है कि रोगी जब इसका उपयोग करता है तो उसके शरीर में कई प्रकार के लक्षण हो जाते हैं- उल्टी आने के साथ ही जी मिचलाना, आलस्य आना तथा शरीर से पसीना निकलना, आंखों से आंसू निकलना तथा कफ …

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ऐपोसाइनम कैनेबिनम (Apocynum Cannabinum)

परिचय-        ऐपोसाइनम कैनेबिनम औषधि कई प्रकार के सूजन के रोगों को ठीक करने के लिए प्रयुक्त किया जा सकती है जिसके फलस्वरूप सूजन का रोग ठीक हो जाता है। इसका प्रभाव गुर्दें, त्वचा और त्वचा की झिल्ली पर पड़ता है, जिसके फलस्वरूप अनेकों प्रकार के सूजन के रोग ठीक हो जाते हैं, दोनों के …

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एपोसाइनम एण्ड्रसेमीफोलियम (APOCYNUM ANDROSAEMIFOLIUM)

परिचय-           आमवात के रोग को ठीक करने के लिए एपोसाइनम एण्ड्रसेमीफोलियम औषधि का लाभदायक प्रभाव होता है। रोगी के शरीर के कई अंगों में दर्द होता रहता है तथा दर्द होने के कारण अंगों में खिंचाव तथा सिकुड़न होती है, प्रत्येक वस्तु से शहद जैसी खुश्बू आती है जिसके कारण हर चीज का स्वाद शहद …

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एपियम ग्रैवियोलेन्स (APIUM GRAVEOLENS)

परिचय-      एपियम ग्रैवियोलेन्स औषधि में तेज नींद लाने वाली शक्ति होती है। पेशाब करने में अधिक कष्ट होना, सिर में गर्मी होने के साथ दर्द होना, हृदय में जलन जैसी समस्या होने पर इस औषधि का उपयोग करना चाहिए।   गले, चेहरे तथा हाथों में सूजन आना, गर्दन की पेशियों के जोड़ों में दर्द …

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एपिस मेलीफिका (Apis Melifica)

 परिचय-        एपिस मेलीफिका औषधि का प्रभाव शरीर के कोशिका ऊतकों (सेल्लुलर टीस्सु) पर पड़ता है जिसके फलस्वरूप त्वचा तथा श्लेष्म कलाओं की सूजन ठीक हो जाती है।        शरीर के बाहरी अंगों, त्वचा, शरीर के अन्दरूनी भाग की ऊपरी परत तथा सीरम कलाओं (सीरस मम्ब्रेंस), मस्तिष्क, हृदय की झििल्लयों का सद्रव सीरमी की जलन …

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ऐण्टिपाइरिनम (ANTIPYRINUM)

परिचय-        ऐण्टिपाइरिनम औषधि का ऐलोपैथिक चिकित्सा में प्रयोग रोगी के शरीर से पसीना निकालकर बुखार को ठीक करने के लिए किया जाता है। शरीर के दाहिनी तरफ, दाहिनी छाती, दाहिने हाथ और दाहिनी ओर के अण्डकोष के दर्द को ठीक करने में इस औषधि का उपयोग किया जाता है।        रोगी को स्नायु उत्तेजना …

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ऐन्टिमोनियम टार्टाकिम (Antimonium Tartaricum)

परिचय-        बूढ़े तथा बच्चों के रोगों में बलगम अधिक बनना तथा अधिक कमजोरी आने पर ऐन्टिमोनियम टार्टाकिम औषधि के प्रयोग करने से रोगी जल्दी ही ठीक हो जाता है।        ऐन्टिमोनियम टार्टाकिम औषधि एण्टि-टा रक्षात्मक पदार्थ की ऑक्सीजन क्रिया को तेज कर परजीवियों पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालती है। यह बिलहार्जिया रोग को …

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एपिफेगस EPIPHEGUS

परिचय-        दिन भर अधिक कठिन कार्य करने तथा मानसिक परिश्रम करने से या फिर उत्तेजना के कारण आने वाली थकावट और जिसके कारण से होने वाला सिर-दर्द को ठीक करने के लिए एपिफेगस औषधि लाभकारी है।

एण्टिमोनियम सल्फ्यूरेटम औरेटम (Antimonium sulphuratum auratum)

परिचय-        पुराने नजले के विभिन्न लक्षणों तथा श्वासनलियों में बलगम जमा हो जाने की अवस्था में एण्टिमोनियम सल्फ्यूरेटम औरेटम औषधि का उपयोग लाभकारी है। मुहांसे तथा दृष्टिदोष को ठीक करने में भी यह उपयोगी है। विभिन्न लक्षणों में एण्टिमोनियम सल्फ्यूरेटम औरेटम औषधि का उपयोग- नाक तथा कंठ से सम्बन्धित लक्षण :- मुंह धोते समय …

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एण्टिमानियम क्रूडम (ANTIMONIUM CRUDUM)

परिचय-        होम्योपैथिक चिकित्सा सिद्धान्तों के अनुसार एण्टिमानियम क्रूडम औषधि का प्रयोग मानसिक रूप से पीड़ित रोगी तथा पाचन सम्बन्धित रोग से पीड़ित रोगी का उपचार करने के लिए किया जाता है। ऐसे रोगों से पीड़ित रोगी चिड़चिड़ा स्वभाव का होता है तथा वह क्रोधी स्वभाव का होता है, उसके जीभ के ऊपर सफेद मोटी …

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एण्टिमोनियम आर्सेनिकोसम (ANTIMONIUM ARSENICOSUM)

परिचय-        श्वास लेने में कई प्रकार की परेशानियां (एम्फाइसेमा वीथ डाइसफोनिया) हो रही हो तथा इसके साथ ही खांसी हो गई हो और बलगम भी निकल रहा हो। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी जब खाना खाता है तथा लेटता है तो उस समय रोग के लक्षणों में अधिक वृद्धि होती है। ऐसे …

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ऐंथ्राकोकाली (ANTHRAKOKALI)

परिचय-        हाथ-पैरों के फटने (क्रेक्स), तेज खुजली होने और जीर्ण परिसर्प (क्रोनिक हर्पेस) रोग को ठीक करने के लिए ऐंथ्राकोकाली औषधि का प्रयोग करना लाभदायक है।        अण्डकोष, टांगों की लम्बी हड्डी, हाथों तथा पैरों के पिछले भागों पर दाने निकल आते हैं तथा उनमें पीब भर जाती है और रोगी को प्यास बहुत …

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ऐंथ्रासीनम (ANTHRACINUM)

परिचय-       जिस पालतू पशु के तिल्ली में बुखार हो जाता है, उसकी तिल्ली से ऐंथ्रासीनम औषधि बनाई जाती है।        शरीर के कई अंगों में फोड़े-फुंसियां हो जाने पर इसको ठीक करने के लिए ऐंथ्रासीनम औषधि का उपयोग लाभकारी होती है। शरीर के कई अंगों में जलन, कोशिका-ऊतक (सेल्लुलर टीस्सु) की कठोरता, फोड़ा, गुल्टी …

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अम्ब्रोसिया (AMBROSIA)

परिचय-      अम्ब्रोसिया औषधि का प्रयोग उन लक्षणों के रोगियों के रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है जो पराग कणों के कारण होने वाले बुखार (हे-फीवर) से पीड़ित होते हैं तथा इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता है, पलकों में खुजली होती है जो रोगी के लिए असहनीय होती है और …

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ऐम्ब्रा ग्रीशिया (AMBRA GRISEA)

परिचय-      ऐम्ब्रा ग्रीशिया औषधि स्नायुविकार (स्नायु से सम्बन्धित रोग) और हिस्टीरियाग्रस्त (नर्वस एण्ड हिस्टेरिकल- हिस्टीरिया रोग से पीड़ित रोगी) रोगियों के रोग को ठीक करने के लिए बहुत लाभदायक औषधि है।       छोटे बच्चे और बूढ़े व्यक्तियों में ऐम्ब्रा ग्रीशिया औषधि का असर तेज होता है जिसके फलस्वरूप रोग जल्दी ही ठीक हो जाता …

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