Jkhealthworld

मेन्था पाइपरीटा (Mentha piperita)

परिचय-मेन्था पाइपरीटा औषधियों का प्रयोग शीतग्राही स्नायुओं को उत्तेजित करने के लिए किया जाता है। इस औषधि का सेवन करते ही सामान्य तापमान में चलती हुई हवा की लहर भी ठण्डी महसूस होती है। इस औषधि की प्रमुख क्रिया श्वसन अंगों और त्वचा पर होती है। पांचनतंत्रों से सम्बन्धित दर्द होने पर इस औषधि का …

मेन्था पाइपरीटा (Mentha piperita) Read More »

मेनिस्पर्मम (Menispermum)

परिचय-सिर के आधे भाग में दर्द होना तथा इसके साथ ही बेचैनी होना और सपने आना, रीढ़ की हडि्डयों में दर्द होना, सारे शरीर में खुजली तथा खुश्की होना और मुंह तथा गले में खुश्की होना आदि लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए मेनिस्पर्मम औषधि का उपयोग करना चाहिए।मेनिस्पर्मम औषधि …

मेनिस्पर्मम (Menispermum) Read More »

मेलीलोटस (Melilotus)

परिचय-चेहरे पर खून की अधिकता के कारण चेहरा सुर्ख पड़ जाता है, कनपटियों पर गर्माहट महसूस होती है, सिर भारी हो जाता है और दर्द होता है, लेकिन जब रोगी के नाक से अधिक खून निकल जाता है तो सिर की परेशानी कुछ कम हो जाती है। सिर का दर्द अक्सर सुबह 9 बजे से …

मेलीलोटस (Melilotus) Read More »

मायर्टस कम्यूनिस (Myrtus communis)

परिचय-मायर्टस कम्यूनिस औषधि दूषित रक्त के दोषों को दूर करने वाला होती है। यह छाती के दर्द को ठीक करता है। टी.बी. रोग से पीड़ित रोगी के रोग की प्रारिम्भक अवस्था में इसका प्रयोग लाभदायक होता है।यह नाड़ियों (स्नायु) की उत्तेजना को नष्ट करती है तथा श्वासनली की सूजन को भी ठीक कर देती है। …

मायर्टस कम्यूनिस (Myrtus communis) Read More »

मायोसोटिस (Myosotis)

परिचय-पुरानी सांस की बीमारी को ठीक करने के लिए तथा टी.बी. (यक्ष्मा) रोग को ठीक करने के लिए मायोसोटिस औषधि का उपयोग करना चाहिए।श्वसन संस्थान से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को खांसी हो जाती है तथा इसके साथ ही बलगम भी अधिक आता है तथा खांसते समय सांस लेने में रुकावट होती है और कभी-कभी …

मायोसोटिस (Myosotis) Read More »

मेलीलोटस एल्ब Melilotus alba

परिचय-बार-बार नकसीर का रोग हो जाना तथा अधिक मात्रा में नाक से खून बहना और इसके साथ ही तेज सिर दर्द होने पर मेलीलोटस एल्ब औषधि का उपयोग करना चाहिए।मेलीलोटस एल्बा औषधि का प्रयोग कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के काम आता है जो इस प्रकार हैं- सिर में दर्द, पेट में दर्द, …

मेलीलोटस एल्ब Melilotus alba Read More »

मेल कम सेल (Mel Cum Sale)

परिचय-स्त्रियों के गर्भाशय के ऊपरी झिल्ली में छिलन और इसके साथ ही इस अंग में जलन होना तथा गर्भाशय के मुंह पर जलन होना आदि प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए मेल कम सेल औषधि का उपयोग करना चाहिए।मेल कम सेल औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी …

मेल कम सेल (Mel Cum Sale) Read More »

मेजेरियम mezereum

परिचय-शरीर के कई भागों में दर्द होना, त्वचा पर कई प्रकार के दाग, छीलन तथा चकत्ते की तरह दाग और कई प्रकार के चर्म रोगों को ठीक करने के लिए मेजेरिया औषधि का उपयोग करना चाहिए।मेजेरिया औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी है-शरीर के बाहरी अंगों से सम्बन्धित लक्षण:- …

मेजेरियम mezereum Read More »

मेडुसा (Medusa)

परिचय-मुंह में सूजन, आंखों के ऊपर तथा नीचे के भाग में सूजन, नाक में सूजन, कान में सूजन तथा होंठों पर सूजन आदि प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए मेडुसा औषधि का उपयोग करना चाहिए।बच्चे को जन्म देने से पहले स्तन में दूध न बन रहा हो तो मेडुसा औषधि का उपयोग करने …

मेडुसा (Medusa) Read More »

मेनिस्पर्नम (Manisparnum)

परिचय-मासिकधर्म के समय में स्त्रियों को कई प्रकार की परेशानियां होती हैं और इन परेशानियों को दूर करने के लिए मेनिस्पर्नम औषधि का उपयोग लाभकारी है।मेनिस्पर्नम औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी है-मन से सम्बन्धित लक्षण :- मासिकधर्म से सम्बन्धित रोग से पीड़ित स्त्रियों का मन निराशा युक्त होती …

मेनिस्पर्नम (Manisparnum) Read More »

मैंगीफेरा इंडिका (MANGIFERA INDICA)

परिचय-गर्भाशय की ऊपरी झिल्ली, गुर्दे, आंत तथा मलद्वार से बहने वाले निष्क्रिय खून (रक्त) को रोकने के लिए मैंगीफेरा इंडिका औषधि का उपयोग लाभकारी है।कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए मैंगीफेरा इंडिका औषधि उपयोगी है जैसे- नाक में जलन होना, छींके आना, गले में सूजन तथा अन्य गले का रोग, सांस में …

मैंगीफेरा इंडिका (MANGIFERA INDICA) Read More »

मैंगानम असेटिकम (Manganum aceticum)

परिचय-मैंगानम असेटिकम औषधि शरीर के लाल खून के कणों को नष्ट कर शरीर में खून की कमी उत्पन्न करती है। यह पीलिया रोग तथा अण्डाशयों में सूजन उत्पन्न करती है, यकृत भी इसके कारण बढ़ जाता है (डिजेनरेट) तथा लकवा जैसी समस्या उत्पन्न करती है और कोशिकओं में सूजन उत्पन्न करती है। अत: इस औषधि …

मैंगानम असेटिकम (Manganum aceticum) Read More »

मैंसीनेला (Mancinella)

परिचय-चर्म रोगों को ठीक करने के लिए मैंसीनेला औषधि का उपयोग करना लाभकारी है जिसके फलस्वरूप चर्म रोग ठीक हो जाता है। त्वचा में सूजन होना तथा इन सूजन वाले स्थान से चिपचिपा रिसाव होता है और पपड़ियां जमना आदि इस प्रकार के लक्षाणों को ठीक करने लिए मैंसीनेला औषधि का उपयोग करना चाहिए।लड़कियों में …

मैंसीनेला (Mancinella) Read More »

मैलैंड्रीनम (Malandrinum)

परिचय-मैलैंड्रीनम औषधि एक प्रकार की अधिक प्रभावशाली औषधि है तथा यह चेचक के रोग को ठीक करने में अधिक लाभकारी औषधि है। टीका के दोष को दूर करने के लिए मैलैंड्रीनम औषधि का उपयोग करना चाहिए। कर्कटीय-संचयों के अवशिष्ट दोषों को नष्ट करने के लिए मैलैंड्रीनम औषधि का उपयोग लाभकारी है।मैलैंड्रीनम औषधि निम्नलिखित लक्षणों के …

मैलैंड्रीनम (Malandrinum) Read More »

मैग्नोलिया ग्रैंडिफ्लोरा (Magnolia Grandiflora)

परिचय-जोड़ों का दर्द (आमावात) और हृदय के पिण्ड से सम्बन्धित बीमारियों को ठीक करने के लक्षणों से पीड़ित रोगी में बीमारी का असर शरीर के बांये अंश पर ही अधिक होता है तथा इसके साथ ही रोग में और भी लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे- थकावट होना तथा अकड़न होना, प्लीहा और हृदय में …

मैग्नोलिया ग्रैंडिफ्लोरा (Magnolia Grandiflora) Read More »

मैग्नीशिया सल्फ्यूरिका (Magnesia sulphurica)

परिचय-त्वचा के रोग, मूत्रयंत्र से सम्बन्धित रोग तथा स्त्रियों के रोगों को ठीक करने के लिए मैग्नीशिया सल्फ्लूरिका औषधि का उपयोग लाभदायक है। इस औषधि के प्रभाव से कई प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं। मैग्नीशिया सल्फ्लूरिका औषधि में विरेचक क्रिया की औषधि का कोई गुण नहीं है बल्कि भौतिक स्थिति ही इसका गुण …

मैग्नीशिया सल्फ्यूरिका (Magnesia sulphurica) Read More »

मैग्नेशिया फास्फोरिका (Magnesia Phosphorica)

परिचय-मैग्नेशिया फास्फोरिका औषधि का उपयोग नसों के हर प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए लाभकारी है। शरीर के दाहिनी भाग में इस औषधि का असर बहुत अधिक लाभदायक है, लेकिन इसका असर सिर्फ दाहिने तरफ ही नहीं बल्कि शरीर के किसी भी भाग पर नसों के दर्द होने पर इस औषधि का आश्चर्यजनक …

मैग्नेशिया फास्फोरिका (Magnesia Phosphorica) Read More »

मैग्नीशिया म्यूरिएटिक (Magnesia Muriatica)

परिचय-मैग्नीशिया म्यूरिएटिक औषधि यकृत (जिगर) के रोग को ठीक करने के साथ-साथ ही कब्ज को भी दूर करती है। यकृत में किसी प्रकार का रोग होने पर तथा इसके साथ ही पेट में दर्द हो रहा हो और दर्द का असर मेरुदण्ड से लेकर पाचनतंत्र तक फैल रहा हो और खाना खाने के बाद दर्द …

मैग्नीशिया म्यूरिएटिक (Magnesia Muriatica) Read More »

मैग्नीशिया कार्बोनिका (Magnesia carbonica)

परिचय-रोगी का शरीर सुस्त सा रहता है, खुली हवा में रहने की इच्छा होती है, लेकिन हवा से परेशानी भी होती है, बुखार होने के साथ रोगी को चादर ओढ़ने का मन करता है, प्रतिदिन शाम के समय में रोगी को बुखार चढ़ता है और बुखार के एक्कीसवीं दिन कोई खास लक्षण उत्पन्न होना। इस …

मैग्नीशिया कार्बोनिका (Magnesia carbonica) Read More »

मेडोराइनम (Medorrhinum)

परिचय-मेडोराइनम औषधि सूजाक रोग को ठीक करने के लिए एक रामबाण औषधि है। इस औषधि का प्रयोग पुराने वात रोगों को ठीक करने में लाभदायक है।ऐसे छोटे बच्चे जो अधिक दुबले तथा पतले होते हैं जो बहुत कुछ खाने पीने के बावजूद भी पतले के पतले ही रहते हैं तथा सूखे रोग से पीड़ित होते …

मेडोराइनम (Medorrhinum) Read More »