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नाइट्रि स्पिरिटस डिल्सस Nitri Spititus Dulcis

परिचय-रोगी को धीरे-धीरे आने वाले बुखार के दौरान जब ज्ञानेन्द्रियों की निष्क्रियता में जब गहरी जड़िमा घेरे रहती है और रोगी को जगाना बहुत मुश्किल होता है उस समय नाइट्रि स्पिरिटस डिल्सस औषधि बहुत ही लाभदायक साबित होती है। इसके अलावा मुंह का स्वाद खराब होना, नमक के कारण होने वाले रोग, ज्यादा ठण्डे मौसम …

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निकोलम सल्फ्यूरिकम Niccolum Sulphuricum

परिचय-निकोलम सल्फ्यूरिकम औषधि स्त्री के मासिकधर्म बंद होने के बाद होने वाले रोगों में बहुत ही उपयोगी साबित होती है। इसके अलावा मलेरिया रोग से पैदा हुए रोजाना के होने वाले स्नायु के दर्द, पेशाब और लार का ज्यादा मात्रा में आना, आंखों से कम दिखाई देना, भूख न लगना, सिर में दर्द होना रोगों …

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निकोलम Niccolum

परिचय-निकोलम औषधि रोजाना होने वाले स्नायविक, उल्टी होने के कारण सिर में दर्द होना, आंखों से कम दिखाई देना, पेट में कब्ज बनना आदि रोगों में बहुत ही चामत्कारिक तरीके से काम करती है। इसके अलावा ये औषधि सर्दी लगने पर, कमजोर शरीर वाले, लिखने-पड़ते समय सिर में दर्द होने वाले रोगियों के लिए आदि …

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नेट्रम आर्सेनिकम Natrum Arsenicum

परिचय-नेट्रम आर्सेनिकम औषधि का इस्तेमाल नजला (पुराने जुकाम) को दूर करने के लिए किया जाता है। रोगी को नजले के साथ सिर में तथा नाक की जड़ में दर्द होना, आंखों का खुश्क होने के साथ दर्द होना में ये औषधि लाभ करती है। 7 साल की उम्र से ज्यादा के बच्चों को सांस की …

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नेट्रम नाइट्रिकम Natrum Nitricum

परिचय-नेट्रम नाइट्रिकम औषधि को शरीर में होने वाली हर तरह की जलन और खून के बहने को समाप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। नकसीर फूटने (नाक से खून का आना) पर इस औषधि का प्रयोग करने से नाक से आता हुआ खून तुरन्त ही बंद हो जाता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार …

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नेट्रम क्लोरेटम (Natrum Chloratum)

परिचय-नेट्रम क्लोरेटम औषधि स्त्रियों के गर्भाशय सम्बंधी रोगों में बहुत असरकारक साबित होती है। इसके अलावा जिगर के रोग, कान के रोग, शरीर का कमजोर होना जैसे रोगों में भी ये औषधि बहुत उपयोगी होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर नेट्रम क्लोरेटम औषधि का उपयोग-सिर से सम्बंधित लक्षण- सिर में चक्कर आना, माथे …

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नेट्रम कार्बोनिकम (Natrum Carbonicum)

परिचय-जिन लोगों को काफी समय से बदहजमी का रोग होता है, वह कुछ भी खाते हैं उनको हजम नहीं होता। ऐसे लोगों को भोजन को पचाने के लिए सोडे आदि का सेवन करना पड़ता है, इन रोगियों को हर समय खट्टी डकारें आती है। ऐसे रोगियों को अगर नेट्रम कार्ब औषधि दी जाए तो ये …

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नेट्रम म्यूरिएटिकम (Natrum Muriaticum)

परिचय-नेट्रम म्यूरिएटिकम औषधि को चर्मरोगों की एक बहुत ही उपयोगी औषधि माना जाता है। विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर नेट्रम म्यूरिएटिकम औषधि का उपयोग-मन से सम्बंधित लक्षण- मानसिक रोगों के लक्षणों में रोगी कभी तो खुद ही हंसने लगता है और कभी खुद ही रोने लगता है, कितनी भी खुशी की बात क्यों …

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नार्सिस्सस (Narcissus)

परिचय-नार्सिस्सस औषधि को सर्दी-जुकाम में, किसी भी प्रकार की खांसी जैसे न रुकने वाली खांसी, काली खांसी, सांस की नली में सूजन आने (ब्रोकाइंटिस) में, सिर में दर्द होने में इस्तेमाल करना काफी लाभकारी साबित होता है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर नार्सिस्सस औषधि से होने वाले लाभ-त्वचा से सम्बंधित लक्षण- रोगी की त्वचा …

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नैफ्थालिन (Naphthalene)

परिचय-नैफ्थालिन औषधि आंखों के किसी भी रोग में बहुत अच्छा असर करती है। इसके अलावा सर्दी-जुकाम, परागज बुखार (हे-फीवर, फुफ्फुसक्षय (फ्टीसीस प्युल्मोनेलीस) और सूजाक रोग में ये औषधि बहुत लाभकारी साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर नैफ्थालिन औषधि से होने वाले लाभ-सिर से सम्बंधित लक्षण- रोगी हर समय ऐसा लेटा रहता है …

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नैजा ट्रिपुडिएन्स (Naja Tripudians)

परिचय-नैजा ट्रिपुडिएन्स औषधि एक जहरीले सांप के जहर से तैयार की जाती है। जिन लोगों की तकलीफें बाईं तरफ से शुरू होकर दाहिनी तरफ जाती है, जैसे डिम्भाशय का दर्द (औवैरियन ट्रोब्लस), डिफ्थीरिया, जोड़ों के दर्द आदि ऐसे रोगों में ये औषधि बहुत असरकारक साबित होती है।विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर नैजा ट्रिपुडिएन्स …

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माइरिस्टिका सेबीफेरा (Myristica sebifera)

परिचय-माइरिस्टिका सेबीफेरा औषधि का प्रयोग उन फोड़े-फुंसियों को ठीक करने के लिए किया जाता है जिनमें मवाद भरी होती है। यह विशिष्ट एण्टीसेप्टिक दवाई माना जा सकता है।माइरिस्टिका सेबीफेरा औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी है-शरीर के बाहरी अंगों से सम्बन्धित लक्षण :- जब शरीर के कई अंगों में …

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माइरिका सेमीफेरा Myrica Cemifera

परिचय-माइरिका सेमीफेरा औषधि की प्रभावी क्रिया पाचन संस्थान की श्लेष्म कलाओं पर होती है, लेकिन कभी-कभी इस औषधि के उपयोग से पीलिया रोग भी हो जाता है। यह पित्त के स्राव को भी रोकता है।माइरिका सेमीफेरा औषधि निम्नलिखित लक्षणों के रोगियों के रोग को ठीक करने में उपयोगी है-मन से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी का …

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माइरिका सेरिफेरा (Myrica cerifera)

परिचय-माइरिका सेरिफेरा औषधि का प्रयोग होम्योपैथी चिकित्सा में दो से तीन बीमारियों को ठीक करने लिए किया जाता है, जैसे- पीलिया और उसके साथ ही सुबह के समय में सिर दर्द होना। सभी प्रकार के श्लेष्मा से सम्बन्धित रोग अर्थात रोगी को सर्दी हो गई हो और नाक से अधिक मात्रा में कफ जैसा पदार्थ …

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मास्कस (Moschus) कस्तूरी (Musk)-मास्क-Mosch

परिचय-मास्कस औषधि को हिन्दी में मृगानाभि कहते हैं। यह उन लड़कियों के लिए विशेष उपयोगी है जो अधिक जिद्दी, स्वार्थी और मनमानी करने वाली होती है या फिर हिस्टीरिया रोग से पीड़ित होती है। हिस्टीरिया रोग से ग्रस्त लड़कियों के लक्षणों को समझना बहुत कठिन है। हिस्टीरिया रोग से पीड़ित लड़कियों में ऐसे लक्षण होते …

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मॉर्फिनम (Morphinum)

परिचय-अफीम के साथ मॉर्फिनम औषधि का वैसा ही सम्बन्ध है जैसा कि बेलेडोना के साथ ऐट्रोपिन का सम्बन्ध है अर्थात मॉर्फिनम औषधि का प्रयोग स्नायुविक (नाड़ियों से सम्बन्धित) लक्षणों से सम्बन्धित रोग से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए किया जाता है।किसी भी तरह का दर्द या दर्द के कारण रोगी को …

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मोमोर्डिका बालसैमिना (Momordica balsamina)

परिचय-मोमोर्डिका बालसैमिना औषधि का प्रयोग कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता हैं जो इस प्रकार हैं- पेट में मरोड़ होना, पेट का दर्द, पीठ का दर्द, पाचन संस्थान में दर्द, स्त्रियों के मासिकधर्म के समय में अधिक मात्रा में स्राव होना, पेट में हवा भर जाना तथा जलोदर रोग।मोमोर्डिका बालसैमिना …

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मिचेला रिपेन्स (Mitchella Repens)

परिचय-मिचेला रिपेन्स औषधि की प्रभावी क्रिया स्त्रियों के जननेन्द्रियों पर और मूत्रयंत्र पर अधिक होती है।मिचेला रिपेन्स औषधि का प्रयोग कई प्रकार के रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता हैं जैसे – मासिकधर्म में अधिक रक्तस्राव होना, बहुत थोड़ा रक्तस्राव होना, मासिकधर्म देर से होना, गर्भाशय की ऊपरी (जरायु) झिल्ली का रोग ग्रस्त …

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मिलिफोलियम (Millefolium)

परिचय-शरीर के अंगों से खून बहने पर खून को बहने से रोकने के लिए मिलिफोलयम औषधि का उपयोग करना चाहिए। हार्निया रोग, चेचक का रोग तथा साथ ही पेट में दर्द हो रहा हो तो मिलिफोलयम औषधि का प्रयोग करना चाहिए जिसके फलस्वरूप रोग ठीक हो जाता है। पथरी रोग को ठीक करने के लिए …

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माइकोमेरिया (Micromeria)

परिचय-माइकोमेरिया कैलीफोर्निया का पुदीना जैसा एक पौधा है। इस औषधि का प्रभाव आमाशय तथा आंतों पर होता है। पेट के दर्द को ठीक करने तथा पेट फूलने पर इसे चाय की तरह पीने से रोग ठीक हो जाता है। माइकोमेरिया औषधि आनन्ददायक पेय पदार्थ है जो बुखार को खत्म करता है, खून को साफ करता …

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