लुफ्फा अमारा (Luffa Amara)

परिचय-
तिल्ली का रोग होने के साथ ही बुखार होना तथा यकृत में खून के संचार की गति में गड़बड़ी उत्पन्न होना। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लुफ्फा अमारा औषधि का उपयोग करते हैं। इसका प्रयोग शरीर में शक्ति को प्रदान करने के लिए किया जाता है।
विभिन्न लक्षणों में लुफ्फा अमारा औषधि का उपयोग-
मन से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी को डर लगता है तथा उसके शरीर में कमजोरी आ जाती है तथा यकृत और तिल्ली से सम्बन्धित रोग हो जाता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लुफ्फा अमारा औषधि का प्रयोग लाभदायक है।
मुंह से सम्बन्धित लक्षण :- मुंह सूखा रहता है तथा अत्यधिक प्यास लगती है और मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लुफ्फा अमारा औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
मल और उल्टी से सम्बन्धित लक्षण :- पतला मल आता है, हर पन्द्रह मिनट के बाद चावलों के माण्ड जैसा, उल्टी में पदार्थ आता है, पित्त जैसा या कभी-कभी कफ जैसा हर आधे घण्टे उल्टी होती है, कभी-कभी एक साथ ही अतिसार और उल्टी की अवस्था उत्पन्न हो जाती है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लुफ्फा अमारा औषधि का प्रयोग करना फायदेमंद होता है।
शरीर के बाहरी अंगों से सम्बन्धित लक्षण :- रोगी के सारे शरीर में जलन की अनुभूति होती है तथा कभी-कभी ठण्ड लगने लगती है, नाड़ी कमजोर हो जाती है, उखड़ी हुई रहती है तथा पसीने से ठण्ड लगता है। इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के रोग को ठीक करने के लिए लुफ्फा अमारा औषधि का प्रयोग करना उचित होता है।
मात्रा (डोज) :-
लुफ्फा अमारा औषधि की मूलार्क, 3x, 6x शक्तियों का प्रयोग रोग के लक्षणों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।

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