परिचय-
बैराइटा असेटिका औषधि का प्रयोग पक्षाघात (लकवा) के रोग में किया जाता है। यह औषधि लकवा रोग के उस अवस्था को उत्पन्न कर उसे ठीक करता है जिसमें पक्षाघात पैरों से शुरू होकर ऊपर की ओर फैलता है। यह औषधि लकवा रोग में अत्यधिक लाभकारी है। बैराइटा असेटिका औषधि बुढ़ापे में होने वाले खाज में भी लाभकारी है।
शरीर के विभिन्न अंगों में उत्पन्न लक्षणों के आधार पर बैराइटा असेटिका औषधि का उपयोग –
मन :
रोग के कारण रोगी को भूलने की आदत पड़ जाती है तथा रोगी में आत्मविश्वास की भारी कमी रहती है। इस रोग में रोगी अपने ही दो विचारों के जाल में हमेशा उलझा रहता है। ऐसे रोग में बैराइटा असेटिका का सेवन कराने से रोग ठीक होते हैं।
बाहरी अंग के रोग :
रोगी के बायें पैर में खिंचाव वाला दर्द अनुभव होता रहता है। त्वचा पर चींटियां रेंगने जैसा अनुभव होता रहता है तथा रोगी को गर्म सुई चुभोने जैसा दर्द होता है। इस तरह के लक्षणों में बैराइटा असेटिका का सेवन करना चाहिए।
पक्षाघात (लकवा) मार जाना, कमर दर्द तथा पेशियों व जोड़ों में आमवाती दर्द होने पर भी बैराइटा असेटिका का प्रयोग लाभकारी होता है।
मात्रा :
बैराइटा असेटिका दूसरी और तीसरी शक्ति का चूर्ण को बार-बार दिया जा सकता है।