क्विलाया सैपोनैरिया (Quillaya Saponaria)

परिचय-
सर्दी तथा जुकाम के रोग की प्रारिम्भक अवस्था में क्विलाया सैपोनैरिया औषधि का उपयोग लाभदायक है क्योंकि की शुरुआती अवस्था में इसका उपयोग करने से यह रोग को बढ़ने नहीं देती है।
तेज सर्दी होना, छींके आना और गले में जलन होने वाले रोगों को ठीक करने के लिए क्विलाया सैपोनैरिया औषधि का प्रयोग करना चाहिए।
यदि किसी रोगी को गले में जलन होने के साथ ही जुकाम हो गया हो तथा गले में गर्मी महसूस हो रही हो और खुश्की हो गई हो तो इस प्रकार के लक्षणों से पीड़ित रोगी के लक्षणों को ठीक करने के लिए क्विलाया सैपोनैरिया औषधि का उपयोग लाभदायक है।
खांसी होने के साथ ही बलगम निकालने में कठिनाई होती हो तो क्विलाया सैपोनैरिया औषधि का उपयोग करना चाहिए।
पट्ट की चर्म (स्क्यूमस स्कीन ) रोग को ठीक करने के लिए क्विलाया सैपोनैरिया औषधि का उपयोग करना चाहिए।
सम्बन्ध (रिलेशन) :-
जेल्सी, सीपा, स्क्विल्ला, काली-हाइ तथा सैपोनैरिया औषधियों के कुछ गुणों की तुलना क्विलाया सैपोनैरिया औषधि से कर सकते हैं।
मात्रा (डोज) :-
क्विलाया सैपोनैरिया औषधि के मूलार्क और पहली शक्ति का प्रयोग रोंगों को ठीक करने के लिए करना चाहिए।

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