कोकेना Cocaina

विभिन्न प्रकार के लक्षणों के आधार पर कोकेना औषधि का उपयोग-

मन से सम्बंधित लक्षण-  हर समय दिमाग में कुछ न कुछ सोचते रहना, आंखों के सामने अजीब-अजीब सी चीजों का नज़र आने का वहम होना, हर किसी को गुस्से से घूरते हुए रहना, नींद न आना, अकेले बैठे रहने का मन करना आदि मानसिक रोगों के लक्षणों में रोगी को कोकेना औषधि का सेवन कराना लाभदायक रहता है।

सिर से सम्बंधित लक्षण- सिर में ऐसा महसूस होना जैसे कि सिर में बहुत तेज जलन हो रही है या सिर फट रहा हो, आंखों की पुतलियों का फैल जाना, सिर में अजीब-अजीब सी चीजें रखी हुई महसूस होना आदि लक्षणों में कोकेना औषधि का सेवन अच्छा रहता है।

आंखों से सम्बंधित लक्षण- आंखों से कम दिखाई देना, तनाव का बढ़ जाना, अनिमेष आदि लक्षणों के आधार पर रोगी को कोकेना औषधि का सेवन कराना लाभकारी रहता है।

कंठ (गला) से सम्बंधित लक्षण – गले का सूखा हुआ महसूस होना, गले में जलन होना, दम सा घुटना, बोलने में परेशानी होना आदि लक्षणों में कोकेना औषधि का प्रयोग लाभदायक रहता है।

आमाशय से सम्बंधित लक्षण –  आमाशय का सख्त सा होना, भूख न लगना, मन में मीठा खाने की इच्छा होना, आंतों और आमाशय से खून का आना आदि लक्षणों में कोकेना औषधि का प्रयोग करना लाभकारी रहता है।

स्नायु प्रणाली से सम्बंधित लक्षण –  पेशियों में खिंचाव आना, शराब का सेवन ज्यादा करने से शरीर में झटके लगना, बुढ़ापे में शरीर का कांपना, कंपकंपी के साथ शरीर के किसी अंग में लकवा मारना, हाथ और बाजुओं का सुन्न होना आदि लक्षणों में कोकेना औषधि नियमित रूप से लेने से लाभ होता है।

नींद से सम्बंधित लक्षण – लेटने के कई घंटों के बाद भी नींद न आना, हर समय बैचेनी सी महसूस होना, आदि लक्षणों के आधार पर कोकेना औषधि का सेवन अच्छा रहता है।

ज्वर (बुखार) से सम्बंधित लक्षण –  शरीर का बिल्कुल ठण्डा हो जाना, त्वचा का रंग बहुत ज्यादा पीला हो जाना आदि लक्षण नज़र आने पर रोगी को कोकेना औषधि देने से लाभ मिलता है।

तुलना-

       कोकेना औषधि की तुलना स्टोवेन से की जा सकती है।

मात्रा-

       निम्न शक्तियां।

जानकारी-

       कोकेना औषधि त्वचा या मसूढ़ों के किसी तरह के रोग होने पर दिए जाने वाले हानिकारक परिणामों को दूर करती है।

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