परिचय-
ओलियम सैन्टाली औषधि मूत्र जनन प्रणाली और सूजाक रोग में बहुत ही अच्छा असर करती है। ये औषधि उत्तेजक, संक्रमण को दूर करने वाली होती है तथा बलगम को समाप्त करने में भी उपयोगी होती है।
विभिन्न रोगों के लक्षणों के आधार पर ओलियम सैन्टाली औषधि का उपयोग-
लिंग से सम्बंधित लक्षण- लिंग के उत्तेजित होने पर दर्द होना, लिंग की चमड़ी पर सूजन आना, लिंग में से गाढ़ा, पीले रंग का, श्लेष्म-पूयस्राव, नाभि के भाग में अन्दर तक दर्द का होना जैसे लक्षणों में रोगी को ओलियम सैन्टाली औषधि देने से लाभ होता है।
मूत्र (पेशाब) से सम्बंधित लक्षण- पेशाब का बार-बार आना, पेशाब करते समय पेशाब की नली में जलन होना, लिंग के मुंह पर सूजन आना, पेशाब की धार का कम होना, गुर्दे के भाग में बहुत तेज दर्द होना, पेशाब के रास्ते पर गेंद दबाये जाने जैसा महसूस होना, पुराने सूजाक के रोग के साथ बहुत ज्यादा गाढ़ा सा स्राव का आना, पेशाब की नली में जलन सी होना आदि लक्षणों में रोगी को ओलियम सैन्टाली औषधि का सेवन कराना लाभकारी रहता है।
मात्रा-
ओलियम सैन्टाली औषधि की 1 से 10 बूंदों को कैप्सूल में डालकर रोगी को सेवन कराना चाहिए।
जानकारी-
ओलियम सैन्टाली की 2-3 बूंदों को चीनी के साथ लेने पर रोगी की खुसखुसी खांसी दूर हो जाती है खासकर जब रोगी को खांसी के साथ बहुत ज्यादा बलगम भी आता है।