➺ हैमरेज (रक्तस्राव), नसों का, शरीर के किसी भी अंग जैसे- नाक, फेफड़ों, आँतों, गर्भाशय, मूत्राशय से रक्तस्त्राव खून प्रचुर और गहरे रंग का, खून का थक्का नहीं बनना दिन में दो बार | HAMAMELIS VIRGINIANA.-Q दो से पाँच बूँदें
➺ गंभीर रक्तस्राव, नाक या गर्भाशय से काला, रेशेदार खून के थक्के CROCUS SATIVUS-Q या ELAPS CORALLINUS-6 दोनों छह घंटे पर।
➺ मस्तिष्क का रक्तस्राव, हृदय तेज धड़कना, सीने के हिलने से दिखना, बेचैनी तथा मांसपेशियों का अकड़ना – GLONOINUM 3 पंद्रह मिनट के अंतराल पर ।
➺ मस्तिष्क का रक्तस्राव, पीला चेहरा, तेज रक्तस्राव और एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों में रेशेदार रक्तस्त्राव FERRUM PHOSPHORICUM-6 दिन में तीन बार ।
➺ रक्तस्त्राव की विशेष प्रकृति, छोटे जख्मों से भी प्रचुर रक्तस्त्राव – KREOSOTUM-200 की एक खुराक रोजाना ।
➺ किसी भी छिद्र से रक्तस्त्राव – CROTALUS HORRIDUS 30 हर तीन घंटे पर।
➺ पेल्विक अंगों से रक्तस्त्राव, मलद्वार तथा मूत्राशय में खुजली – ERIGERON CANADENSE-Q की दो से तीन बूँदें, दिन में दो बार
➺ बवासीर से रक्तस्राव, प्रचुर मात्रा में, पीड़ा, भरापन तथा भारीपन जैसे पीठ टूट जाएगी–HAMAMELIS VIRGINIANA-Q की दो से पाँच बूँदें, हर छह घंटे पर।
➺ पेट से रक्तस्त्राव – CROTALUS HORRIDUS 30 हर छह घंटे पर।
➺ गर्भाशय से रक्तस्त्राव, गर्भाशय कैंसर के कारण VARIOLINUM 1 M सप्ताह में एक बार।
➺ गर्भाशय से रक्तस्राव – FICUS RELIGIOSA-Q हर तीन घंटे पर पानी में पाँच बूँदें।
➺ गर्भाशय से रक्तस्त्राव, प्रचुर मात्रा में, चटख लाल रक्त, साँस चलना और मिचली आना – IPECACUANHA 30 दिन में दो बार तेज
➺ निष्क्रिय रक्तस्त्राव ऐसे लोगों में, जो ठंड और गरमी दोनों के प्रति संवेदनशील हों-CARBONEUM SULPHURATUM-30 दिन में तीन बार
➺ प्रचुर रक्तस्त्राव, गहरे रंग का तथा थक्केदार रक्त, बड़े थक्के, गर्भाशय में दर्द के साथ उससे रक्तस्त्राव, थकान, पहला मासिकस्राव समाप्त होते-होते दूसरा आरंभ हो जाना Thlaspi Bursa Q की दो से पाँच बूँदें हर छह घंटे पर ।
➺ गर्भाशय संबंधी रक्तस्त्राव, गर्भपात या प्रसव पीड़ा या रजोनिवृत्ति के दौरान, गरमी लगने या ओढ़ने से परेशानी होती है – Secale cornutum-200 एक खुराक रोज।
➺ रक्तस्त्राव, किसी प्रकार के बलगम से ACETICUM ACIDUM 30 दिन में दो बार ।
➺ गर्भाशय संबंधी रक्तस्त्राव, झटके खाने या खराब सड़क पर वाहन में चलने से – HAMAMELIS VIRGINIANA 6 हर चार घंटे पर ।
➺ पीठदर्द के साथ रक्तस्त्राव, दर्द पीठ से गर्भाशय तथा योनि की हड्डियों तक जाता है – SABINA 200 एक खुराक प्रतिदिन या Viburnum Prunifolium-Q दो बूँदें, दिन में दो बार ।
➺ मासिक धर्म के दौरान रक्तस्त्राव – Laurocerasus-30 हर छह घंटे पर।
➺ रक्तस्त्राव, काला गाढ़ा या तारकोल जैसा रक्त- ANTHRACINUM 30 दिन में तीन बार |
➺ रक्तस्राव, चटख लाल या गहरे रंग का रक्त, आँतों से या गर्भपात से NITRICUM ACIDUM 30 दो खुराक प्रतिदिन
➺ रक्तस्राव, चटख लाल रक्त, निष्क्रिय या सक्रिय प्रकार का, मूर्च्छा, क्षीण दृष्टि तथा कानों में आवाजों के साथ- – TRILLIUM PENDULUM 6 दिन में तीन बार ।
➺ रक्तस्त्राव, चटख लाल रक्त- – MILLEFOLIUM –Q पाँच से दस बूँदें, दिन में दो बार ।
➺ रक्तस्त्राव, गहरे रंग का काला रक्त- – HAMAMELIS VIRGINIANAक्यू पाँच से दस बूँदें, दिन में दो खुराक ।
➺ रक्तस्राव, चटख लाल रक्त, बेचैनी तथा भय – ACONITUM NAPELLUS 30 दिन में
➺ रक्तस्त्राव, किसी भी छिद्र से चटख लाल रक्त-FERRUM PHOSPHORICUM-30 हर छह घंटे पर ।
➺ रक्तस्त्राव, दुर्गंधयुक्त रक्त (सामान्यतः चटख लाल), नाक, फेफड़ों, गुरदों या गर्भाशय से TRILLIUM PENDULUM 6 दिन में तीन बार
➺ रक्तस्राव, रक्तस्त्राव की प्रकृति, कानों में आवाजें आना, मूर्च्छा, क्षीण दृष्टि- CINA 30 हर छह घंटे पर।
➺ रक्तस्राव, नाक से रक्त आना, बवासीर संबंधी, प्रचुर तथा चटख लाल रंग का मासिकस्राव, आकस्मिक तथा तीव्र- IPECACUANHA 30 हर चार घंटे पर ।
➺ रक्तस्त्राव, रजोनिवृत्ति काल में अत्यधिक BOVISTA LYCOPERDON -30 दिन में दो बार।
➺ रक्तस्त्राव, अकसर और प्रचुर मात्रा में, कानों में घंटियों की आवाज, मूर्च्छा, दृष्टिहीनता, ठंड लगना, कभी-कभी मरोड़ के साथ, छोटे जख्म से भी खूब रक्त बहना, दाँत निकालने के बाद या अधिक तेजी से बढ़ने वाले बच्चों की नाक से खून आना-PHOSPHORUS-30 एक खुराक प्रतिदिन।
➺ रक्तस्त्राव, शरीर के किसी भी अंग से, प्रचुर मात्रा में, रक्तस्त्राव की प्रकृति, गहरे थक्कों के साथ हलका रक्त, आसानी से थक्का जम जाना – FERRUM METALLICUM 30 दिन में दो बार ।
➺ मस्तिष्क से रक्तस्त्राव, हृदय का तेज धड़कना, जो सीने के हिलने के रूप में दिखता है, बेचैनी और मांसपेशियों में दर्द-GLONOINUM-3 पंद्रह मिनट के अंतराल पर एक खुराक ।
➺ रक्तस्त्राव, गर्भाशय के कैंसर से – PHOSPHORUS – 200 या THLASPI BURSA 6 हर छह घंटे पर।
➺ रक्तस्राव विभिन्न अंगों से, रक्त काला, चिपचिपा, थक्केदार और छिद्र से एक लंबी काली श्रृंखला बनाते हुए CROCUS SATIVUS-Q दो-तीन बूँदें, दिन में दो बार
➺ रक्तस्त्राव, मासिक समस्या के कारण स्त्री जननांगों से रक्तस्त्राव, दर्द के साथ, गरम कमरे में बदतर और खुली हवा में बेहतर SABINA 200 की एक खुराकुरोजाना ।
➺ रक्तस्त्राव, गर्भाशय में फायब्राइड या ट्यूमर के कारण, रक्त लाल या गहरे रंग का और थक्केदार TRILLIUM PENDULUM पी-Q दिन में तीन बार
➺ रक्तस्राव, फायब्राइड से, गर्भपात के बाद, रजोनिवृत्ति के समय, क्लोरोसिस, रक्त चटख लाल, कुछ पतला और कुछ थक्केवाला, जरा सा हिलने-डुलने पर प्रचुर रक्तस्राव – USTILAGO MAYDIS-200 की एक खुराक प्रतिदिन ।
➺ रक्तस्त्राव, गर्भाशय की कमजोरी के कारण, खून के काले थक्के – CAULOPHYLLUM-200 प्रतिदिन एक खुराक
➺ रक्तस्त्राव, मूत्राशय में पथरी के कारण, मूत्राशय में तेज खुजली – ERIGERON CANADENSE-Q दो से पाँच बूँदें, दिन में दो बार
➺ रक्तस्राव – HAMAMELIS VIRGINIANA-Q की पाँच से दस बूँदें, दिन में दो बार।
➺ रक्तस्त्राव गर्भपात के बाद गर्भाशय से, अत्यंत कमजोरी और आंतरिक कंपन – CAULOPHYLLUM 6 दिन में तीन बार
➺ रक्तस्राव अकस्मात्, गहरे रंग के रक्त के साथ-CYCLAMEN EUROPAEUM -30 दिन में तीन बार
➺ रक्तस्त्राव, निष्क्रिय और अकस्मात् उभरनेवाला, रक्त गहरे रंग का और द्रवीय, हलकी सी गति पर भी रक्तस्त्राव तेज Secale cornutum-30 दिन में दो बार ।
➺ रक्तस्त्राव, निष्क्रिय रक्तस्राव के साथ, पीला चेहरा तथा ठंडा पसीना Carbo Vegetabilis 30 दिन में तीन बार ।
➺ रक्तस्राव, चोट लगने या गिरने के कारण प्रचुर तथा चटख लाल रक्तस्त्राव, फेफड़ों का तपेदिक, जख्मों से अधिक थकान या परिश्रम के बाद, गर्भपात या मासिक धर्म के दौरान MILLEFOLIUM 30 हर चार घंटों पर ।
➺ रक्तस्राव, प्रचुर, रक्त के अत्यधिक बहने के कारण मूर्च्छा, अधिक कमजोरी, दृष्टिहीनता, कानों में घंटियों की सी आवाज – CINA दो चम्मच पानी में दो बूँदें, दिन में तीन बार
➺ रक्तस्त्राव, शिराओं से संबंधित, रक्त गहरे रंग का तथा थक्केवाला, नसें भारी और छूने पर दर्द महसूस होना- HAMAMELIS VIRGINIANA वर्जीनिका–Q की पानी में पाँच बूँदें, दिन में तीन बार
➺ नाक से रक्तस्राव – FORMICA RUFA-3X की एक बार में पाँच बूँदें, दिन में तीन बार या TEUCRIUM MARUM VERUM-200 एक खुराक, सप्ताह में तीन बार व – SANGUINARIA CANADENSIS 6 या 30 दिन में दो बार ।
➺ नाक से रक्तस्राव – नाक से रक्तस्राव, दुर्गंध के साथ-CALCAREA CARBONICA 30 दिन में तीन बार और BACILLINUM BURNETT 200 की एक आवधिक खुराक।
➺ ध्वनि रज्जु का रक्तस्राव, लालिमा के साथ Berberis Vulgaris – 30 दिन में तीन बार
➺ पोस्टमार्टम रक्तस्त्राव – TRILLIUM PENDULUM पी-Q की दो से पाँच बूँदें, दिन में तीन बार ।