चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम Chenopodium Anthelmainticum

परिचय-

       चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि कंधे के दर्द के लिए बहुत ही लाभकारी औषधि मानी जाती है। इसके अलावा सिर का घूमना, शरीर के आधे हिस्से में लकवा मारना, आवाज खराब होना, गला घड़घड़ाना, कान की खराबी के कारण आने वाला चक्कर आदि लक्षणों मे भी ये औषधि अच्छा असर दिखाती है।

विभिन्न प्रकार के ल़क्षणों में चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि का उपयोग-

पीठ से सम्बंधित लक्षण – रीढ़ की हड्डी के पास दाएं कंधे के जोड़ में बहुत तेज दर्द जो छाती के पार चला जाता है जैसे लक्षणों के आधार पर रोगी को चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि देने से आराम पड़ जाता है।

मूत्र (पेशाब) से सम्बंधित लक्षण – पेशाब का बहुत ज्यादा मात्रा में आना, पेशाब पीला, झागदार आना, पेशाब की नली में जलन होना आदि मूत्ररोगों के लक्षणों में रोगी को चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि का प्रयोग कराने से लाभ मिलता है।

कान से सम्बंधित लक्षण – सामने वाले व्यक्ति की आवाज साफ तरह से न सुनाई देना, बहुत तेज आवाज होने पर सुनाई पड़ना, कान के सुनने की नाड़ी का कमजोर होना, हल्की आवाज से शरीर में कंपकंपी होना, कान में किसी तरह की खराबी होने के कारण सिर में चक्कर आना आदि कान के रोगों के लक्षणों में रोगी को चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि नियमित रूप सेवन कराने से लाभ होता है।

तुलना-

       चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि की तुलना ओपियम, चाइना, चेलिडो से की जा सकती है।

मात्रा-

       रोगी को उसके रोग के लक्षणो के आधार पर चेनोपोडियम अन्थेलमिण्टिकम औषधि की 3 शक्ति तक देना बहुत उपयोगी होता है।

जानकारी-

       रोगी को अंकुश कृमि (कीड़ों) के लिए चेनोपोडियम के तेल की 10 बूंदों की एक मात्रा बनाकर हर 2-2 घंटों के बाद रोजाना 3 बार देनी चाहिए।

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